ये बेसमय चलती हमारी बात भी ना हो खतम
ये तितलियों के काफिलें, ये जुगनुओं की महफिलें
ये चाँदनी की मदभरी बरसात भी ना हो खतम
ये चाँदनी की मदभरी बरसात भी ना हो खतम
ये रंग हया का शरबती, लब पे हसी की चाशनी
दिल से छलकते शबनमी जजबात भी ना हो खतम
दिल से छलकते शबनमी जजबात भी ना हो खतम
तरकीब कुछ हम खोज ले, सुइयाँ घडी की रोक ले
पर ख्वाब सी ये जादुई मुलाकात भी ना हो खतम
पर ख्वाब सी ये जादुई मुलाकात भी ना हो खतम
ये दो कदम का रासता, ये सौ जनम का वायदा
ये उम्रभर के साथ की शुरुआत भी ना हो खतम
ये उम्रभर के साथ की शुरुआत भी ना हो खतम
- अनामिक
(०६-१३/०८/२०१७)
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